Trading Ki DuniyaKeKhufiya Words – Full Guide for Beginners
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ट्रेडिंग की दुनिया के ख़ुफ़िया शब्द – नए लोगों के लिए पूरी गाइड
नमस्ते दोस्तो! आज हम बात करेंगे उन शब्दों की जो ट्रेडिंग की दुनिया में अक्सर सुनने को मिलते हैं, पर उनका मतलब beginners को समझ नही आता
कभी कभी आपको पुराने ट्रेडर बोलते हैं या youtube पे कोई बोल रहा होता हैं, और हम सोचते हैं यह क्या बोल दिया भाई?
लेकिन टेंशन मत लो आज हम यह सब terms एक दम आसान तरीके से समझेंगे, लेकिन बीच बीच में ट्रेडिंग के सीक्रेट्स भी शेयर करेंगे
जो आपको प्रो बनाने में मदद करेंगे! चलिए शरु करते हैं!
1. Intraday Trading
सबसे पहले टर्म है Intraday.Intraday का मतलब होता है, एक ही दिन में स्टॉक को खरीदना और बेचना।
ट्रेडिंग के दुनिया में, ये वो लोग करते हैं जो जल्दी-जल्दी प्रॉफिट बनाना चाहते हैं। अगर आप beginner हैं,
तो शुरुआत में इससे दूर रहो, क्योंकि ये risky हो सकता है।
छोटा सा ज्ञान: “वैसे, आपको पता है? 90% लोग जो Intradayट्रेडिंग में होते हैं, वो initial phase में loss करते हैं।
तो अगर आप सोच रहे हो quick पैसा कमाने का, तो थोड़ा सोच समझ के आगे बढ़ना!
2. Short-Term vs Long-Term
फिर आता है Short-termऔर Long-termट्रेडिंग का कॉन्सेप्ट। Short-term ट्रेडिंग का मतलब होता हैएक से दो हफ्ते के अंदर
प्रॉफिट कमाना। Long-term में आप स्टॉक को सालों तक hold करते हैं।
अगर आपको patience है और आप अपने पैसे को बढ़ता हुआ देखना चाहते हो, तो long-term best है।
लेकिन अगर आपको thrill चाहिए तो short-term में action लो। दोनों ही strategies अपनी जगह काम करती हैं।
क्या आपको पता है, स्टॉक मार्केट में Warren Buffet अपनी long-term investments के लिए मशहूर हैं?
उनका कहना है, ‘Stock market is a device to transfer money from the impatient to the patient.’
3. S/L, S/L Order, S/L Hit
और अब बात करते हैं S/Lयानी Stop Lossकी। ये एक ज़रूरी tool है, जो आपको ट्रेडिंग में नुकसान से बचाता है।
उदाहरण, आपने एक स्टॉक 100 रुपये का खरीदा और आप का नुकसान limit set कर दिया 90 रुपये पर, तो अगर स्टॉक 90 पर आ गया, तो
system आपके स्टॉक को automatically बेच देगा।
“जब ये होता है तो उसे हम बोलते हैं S/L hit।”
Pro tip: “अगर आप ट्रेडिंग कर रहे हो, तो Stop Loss लगाना कभी न भूलें। वरना कभी कभी मार्केट आपको surprise दे सकता है,
जो बिलकुल अच्छानहीं होगा!”
4. Positional Trade vs Holdings
Next आता है Positional Trade औरHoldings.Positional trade में आप कुछ महीने तक शेयर्स को hold करते हैं, जब तक आपका
target hit न हो जाए। Holdings में, आप लंबे समय तक शेयर्सअपने portfolio में रखते हो।
ये difference समझना ज़रूरी है, क्योंकि अगर आप long-term investor हो, तो holdings में आपका patience test होगा!
Real talk: “कभी कभी शेयर्स रखने में 2-3 साल लग जाते हैं, और तब मार्केट में panic होता है। लेकिन patience हमेशा reward करता है!”
5. Target Aur Profit Booking
Target setting का मतलब होता है आप किस price पर अपना शेयर बेचना चाहते हो। जब आपका target achieve हो जाता है,
तो उसे कहते हैं Profit Booking। यानी आप अपना प्रॉफिट lock कर लेते हो।
आपको लगता है, प्रॉफिट बुक करते वक्त greed आ जाती है? बहुत लोग सोचते हैं ‘थोड़ा और बढ़ेगा,’ लेकिन मार्केट कभी कभी
opposite चल जाता है। इसलिए, जब आपका target hit हो, नुकसान से बचने के लिए प्रॉफिट बुक करना ज़रूरी है।
6. Split, Bonus, Dividend
अब आता है Split, Bonus, औरDividend.Split का मतलब होता है एक शेयर को छोटे parts में divide करना, ताकि उसकी
price retail investors के लिए affordable हो जाए। Bonus शेयर्सआपको free मिलते हैं, और
Dividend वो cash payment है जो कंपनी अपने shareholders को प्रॉफिट से देती है।
Infosys ने जब अपना स्टॉक split किया था, बहुत से retail investors ने इसे अपना investment double कर लिया।
Split का effect long-term में amazing होता है!
7. IPO, Offer for Sale, Floor Price
IPO का मतलब होता है, जब कंपनी अपने शेयर्सपहली बार मार्केट में बेचती है। Offer for Sale तब होता है जब promoters
अपने शेयर्सको बेचने के लिए मार्केट में offer करते हैं। और Floor Price वो minimum price होता है जो set किया जाता है
किसी स्टॉक के लिए।
अगर आप IPO में invest कर रहे हैं, तो पहले उस कंपनी के fundamentals ज़रूर चेक कर लें, क्योंकि IPO का hype कभी कभी misleading होता है।
तो दोस्तों, ये थे कुछ महत्वपूर्णट्रेडिंग terms जो आपको एक सफल ट्रेडरबनने में मदद करेंगे। अगर आपको ये लेख पसंद आये तो, अपने ट्रेडर दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें।